मेरठ: ‘एड्स के साथ कैंसर भी…’ इस बीमारी से पीड़ित कैदी मेडिकल कॉलेज में था भर्ती, पुलिसकर्मियों को चकमा देकर कैसे भागा?

मेरठ का मेडिकल कॉलेज अलग-अलग वजहों से चर्चाओं में रहता है. ताजा मामले में ये कॉलेज एक हत्या के आरोपी की वजह से सुर्खियों में है. दरअसल, सहारनपुर पुलिस एक आरोपी को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज लेकर आई थी. इस आरोपी पर लूट व हत्या का आरोप था. ये आरोपी इलाज के दौरान फरार हो गया और पुलिस सोती रही. मेडिकल कॉलेज के सुरक्षा गार्ड को भी पता नहीं चला.
आरोपी सहारनपुर का रहने वाला है. वो सहारनपुर जेल में पिछले लंबे समय से बंद था. उसे 3 महीने पहले गंभीर बीमारी कैंसर और एड्स के इलाज के लिए मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. उसी समय से मेडिकल कॉलेज में उसका इलाज चल रहा था. मेरठ मेडिकल कॉलेज लाते वक्त रोपी की सुरक्षा में सहारनपुर पुलिस के चार पुलिसकर्मी तैनात थे. इनमें उप निरीक्षक राजकुमार, हेड कांस्टेबल देवेंद्र कुमार, विनोद कुमार, आदित्य और कांस्टेबल नितिन कुमार शामिल थे.
आरोपी को छोड़ सो गए पुलिसवाले
आरोपी के फरार होने के बाद जांच में सामने आया कि ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी लापरवाही बरतते हुए रात में सो गए थे. इसी दौरान आरोपी बिना किसी रुकावट के अस्पताल से फरार हो गया. हैरानी की बात यह रही कि पुलिसकर्मियों ने इस मामले को कई घंटों तक छुपाए रखा और आरोपी की तलाश खुद ही करते रहे. काफी प्रयासों के बावजूद जब आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला तो अंत में मेडिकल थाना पुलिस को सूचना दी गई.
तलाशी के लिए भेजी गई स्वाट टीम
मेडिकल थाना पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और आरोपी के फरार होने का मुकदमा दर्ज कर लिया. इसके साथ ही आरोपी की तलाश के लिए विशेष अभियान शुरू कर दिया गया है. अधिकारियों ने स्वाट टीम और एसओजी को भी सक्रिय कर दिया है ताकि जल्द से जल्द फरार आरोपी को पकड़ा जा सके लेकिन अभी तक भी आरोपी को पुलिस पकड़ नहीं पाई है.
पुलिस विभाग में हड़कंप
घटना सामने आने के बाद मेरठ और सहारनपुर के पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है. पुलिसकर्मियों की इस लापरवाही पर उच्च अधिकारियों ने सख्त रुख अपनाते हुए सभी दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है. साथ ही सहारनपुर एसएसपी ने उप निरीक्षक राजकुमार, हेड कांस्टेबल देवेंद्र, विनोद, आदित्य और कांस्टेबल नितिन को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है.
आरोपी को 24 मार्च को तबीयत बिगड़ने पर सहारनपुर जेल से मेरठ मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भेजा गया था. तीन महीने से उसका इलाज चल रहा था, लेकिन अस्पताल में तैनात पुलिसकर्मियों की घोर लापरवाही के चलते वह आसानी से फरार हो गया. अब पूरे मामले में मेडिकल थाने की पुलिस, स्वाट टीम और एसओजी मिलकर फरार आरोपी की तलाश में जुट गई हैं. अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.