दिल्लीराष्ट्रीय

आरएसएस को संगठित करने की शुरुआत आडवाणी ने जोधपुर से की

भारत रत्न से आडवानी के सम्मानित करने की घोषणा से मारवाड़ में खुशी

जैसलमेर। संवाददाता । प्रधानमंत्री मोदी की लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा से मारवाड़ के जैसलमेर, बाड़मेर और जोधपुर वासियों में मानो दीवाली का दीपोत्सव मनाने योग्य माहोल है।

आडवाणी ने आरएसएस को संगठित करने की शुरुआत जोधपुर से की इसी वजह से उनका लगाव जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर से विशेष रहा। उसी स्नेह को निभाने लालकृष्ण आडवाणी सपरिवार 18 वर्ष पूर्व अपनी 4 दिवसीय निजी यात्रा पर जैसलमेर आए। उनके साथ धर्मपत्नी कमला आडवानी, पुत्र जयंत आडवानी, पुत्र वधु गीतिका आडवानी, पुत्री प्रतिभा आडवानी भी आए।

उन्होने चार दिनो में पटुवा हवेली, सोनार दुर्ग में जैन मंदिर तसल्ली से देखा। उनका प्रवास पूर्व विदेश मंत्री
जसवंतसिंह जसोल की होटल रावलकोट में रहा।
उस दौरान उनके संग वर्तमान राज्य सभा सांसद राजेन्द्र गहलोत भी आए। तत्कालीन विधायक सांगसिंह भाटी, भाजपा जिलाध्यक्ष नाथूसिंह दोहट
भाजपा नेता दीनदयाल नाई, शंकरलाल करवा , अशोक पीती, संजय चुरा और अचलदास डांगरा उनकी जैसलमेर यात्रा में साथ रहे।
आडवाणी जी ने पटुवा हवेली में स्थित कलाकृति हैंडलूम शो रूम में अचलदास डांगरा के पास में बैठ कर फोटो खिंचवाया। कमला आडवाणी ने भी होटल रावलकोट में डांगरा के संग फोटो खिंचवाया। आडवाणी परिवार ने पटुवा हवेली के चौक में लगी कठपुतली की दुकान के आगे ग्रुप फोटो खिंचवाया ।

जैसलमेर की पटुवा हवेली के अग्र भाग में पीत पाषाण पर बने मोर, कबूतर, हाथी, घोड़ा फूल पत्तियां बहुतायत में देख आडवानी अभिभूत हुए। उन्होने कहा कि ऐसी चित्रकारी मेरे जीवन में मेने पहली बार देखी।

आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने के ऐलान के बाद जैसलमेर के वरिष्ठ नागरिक नारायणदास ने बताया कि राम मंदिर के लिए प्रमुख भूमिका निभाने वाले लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने का फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अच्छा कदम है। नारायणदास ने कहा कि ‘जो राम को लाये हैं, हम उनके लिए भारत रत्न लाये हैं।

Related Articles

Back to top button