बिहार: लीची के बगीचे में आवार कुत्तों के झुंड ने बुजुर्ग पर किया हमला, डीजे की आवाज में दब गई चीख; तड़प-तड़प कर मौत

बिहार के मुजफ्फरपुर में कुत्तों के झुंड ने बुजुर्ग को नोच-नोच कर मार डाला. बोचहां थाना क्षेत्र के मैदापुर गांव में ये घटना हुई. मृतक का नाम रामानंद शाह है. जब कुत्तों ने बुजुर्ग पर हमला किया तो उस समय पास में ही डीजे बज रहा था. डीजे की आवाज में बुजुर्ग की चीख दब गई और कोई मदद करने नहीं पहुंच पाया. इस घटना से घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है.
बुजुर्ग मैदापुर स्थित लीची के बगीचे में जलावन (खाना पकाने के लिए लकड़ी) चुनने गए थे. इसी बीच, एक दर्जन से अधिक आवारा कुत्तों की झुंड ने हमला कर दिया. बुजुर्ग के शरीर के कई हिस्सों को नोच डाला. बगल में डीजे बजने के कारण रामानंद के चिल्लाने की आवाज किसी ने समय पर नहीं सुनी. तड़प-तड़प कर मौके पर मौत हो गई.
शव देख परिजन का रो-रो कर बुरा हाल
जब तक आस-पास के लोग पहुंच पाते, तब तक बहुत देर हो चुकी थी. सूचना मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जुट गई. वहीं परिवार में कोहराम मच गया. शव देख परिजन का रो-रो कर बुरा हाल बना हुआ है. परिजन ने पोस्टमार्टम कराए बिना शव का गांव मे ही अंतिम संस्कार कर दिया.
घटना के बाद से ग्रामीणों में आक्रोश है. मृतक के परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है. उनके घर मिट्टी के चूल्हे पर जलावन से ही खाना बनता है. मुखिया पंकज चौधरी ने बताया कि बुजुर्ग खाना खाकर जलावन चुनने गए थे. डीजे बजने के कारण चिल्लाने की आवाज नहीं सुनाई दी. जब तक लोग पहुचते तब तक बुजुर्ग की मौत हो गई थी. मृतक के पुत्र संजीत शाह ने बताया कि गांव मे शादी है. तेज आवाज में डीजे बज रहा था. पिता के चिल्लाने की आवाज सुनाई नहीं दी. जब तक लोग पहुंचे, तब तक मौत हो चुकी थी.
कुत्तों के आतंक से गांव में दहशत
कुत्ते के हमले में बुजुर्ग की मौत से ग्रामीणों में आक्रोश है. उनका कहना है कि वे लोग 2 वर्षों से कुत्तों का आतंक झेल रहे हैं. लेकिन कोई निदान नहीं निकल रहा है. दिन में भी सुनसान रास्ते से गुजरने में भय बना रहता है. मैदापुर व सरफुद्दीनपुर में कई महीनो से आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ा हुआ है . ग्रामीण काफी परेशान हैं. कुत्तों के आतंक के कारण बच्चे भी स्कूल जाने से डरते हैं. खेतों में काम कर रहे किसानों को भी भय बना रहता है. प्रशासनिक स्तर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.