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पाकिस्तान नहीं ये हैं भारत के 3 दुश्मन, जिन्होंने दी 42 हजार करोड़ करोड़ की चोट

भारत को पाकिस्तान से नहीं बल्कि तीन ऐसे नए दुश्मनों से भारी नुकसान हुआ है, जिसका अंदाजा किसी को भी नहीं था. वास्तव में भारत को ये नुकसान विदेशी मुद्रा भंडार में हुआ है. आरबीआई के अनुसार 16 मई को समाप्त सप्ताह में भारत के फॉरेक्स रिजर्व से करीब 42 हजार करोड़ रुपए कम हो गए. जो भी भारत को एक बड़ा झटका है. वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के फॉरेक्स रिजर्व को 1 बिलियन डॉलर का फायदा हुआ है. ये फायदा आईएमएफ से मिले बेलआउट पैकेज से हुआ है. जिसके बाद स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान का रिजर्व 11.45 बिलियन डॉलर हो गया है. आइए आपको भी बताते है कि आखिर भारत के वो तीन दुश्मन कौन से हैं, जिनकी वजह से देश को मोटा नुकसान हुआ है.

भारत के फॉरेक्स रिजर्व में बड़ी गिरावट

भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार देश का विदेशी मुद्रा भंडार 16 मई को समाप्त सप्ताह में 4.89 अरब डॉलर घटकर 685.73 अरब डॉलर रहा. इसके एक सप्ताह पहले कुल विदेशी मुद्रा भंडार 4.55 अरब डॉलर बढ़कर 690.62 अरब डॉलर हो गया था. सितंबर, 2024 के अंत में विदेशी मुद्रा भंडार 704.88 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था. रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, 16 मई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का एक प्रमुख हिस्सा विदेशी मुद्रा आस्तियां 27.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 581.65 अरब डॉलर हो गईं. डॉलर के संदर्भ में उल्लेखित विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है.

ये हैं वो तीन दुश्मन

  1. गोल्ड रिजर्व में गिरावट : बीते कुछ महीनों के आंकड़ों को देखें तो गोल्ड रिजर्व में सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली है. आंकड़ों के अनुसार 16 मई को समाप्त सप्ताह में गोल्ड रिजर्व में 5.12 अरब डॉलर की गिरावट देखी गई है, जिसके बाद देश के गोल्ड रिजर्व कम होकर 81.22 अरब डॉलर रह गया. इससे पिछले सप्ताह में इसमें समीक्षाधीन सप्ताह में 4.52 अरब डॉलर का तेज उछाल आया था.
  2. एसडीआर में भी आई कमी : वहीं दूसरी ओर स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स यानी एसडीआर में भी भारी कमी देखने को मिली है. आरबीआई की रिपोर्ट के अनुसार इसमें 4.3 करोड़ डॉलर की कमी देखी गई है. जिसके बाद एसडीआर 18.49 अरब डॉलर पर आ गया है.
  3. आईएमएफ के पास रिजर्व : वहीं तीसरा सबसे बड़ा दुश्मन आईएमएफ के पास भारत का रिजर्व कम होना है. जिसने भारत के ओवरऑल रिजर्व को कम करने में अहम भूमिका निभाने में अहम योगदान दिया है. सेंट्रल बैंक के आंकड़ों को देखें तो 16 मई को समाप्त सप्ताह में इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड के पास भारत का आरक्षित भंडार 30 लाख डॉलर घटकर 4.37 अरब डॉलर रहा.

पाकिस्तान की आई मौज

पहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के रिजर्व में इजाफा देखने को मिला है. जिसका प्रमुख कारण आईएमएफ से बेलआउट पैकेज के रूप में मिली भीख है. पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक ने एक बयान में कहा कि स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) के विदेशी मुद्रा भंडार में 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की वृद्धि हुई है. बयान में कहा गया है कि 16 मई को समाप्त सप्ताह के दौरान, एसबीपी का कुल विदेशी मुद्रा भंडार लगभग 11.45 बिलियन डॉलर था. केंद्रीय बैंक ने कहा कि यह वृद्धि 13 मई को विस्तारित निधि सुविधा (ईएफएफ) के तहत अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से 760 मिलियन स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स (एसडीआर) की दूसरी किश्त की प्राप्ति के कारण हुई, जो 1.02 बिलियन डॉलर के बराबर है. एसबीपी ने कहा कि वाणिज्यिक बैंकों द्वारा रखे गए शुद्ध विदेशी भंडार लगभग 5.20 बिलियन डॉलर थे. बैंक ने कहा कि दक्षिण एशियाई देश द्वारा रखे गए कुल तरल विदेशी भंडार लगभग 16.65 बिलियन डॉलर दर्ज किए गए.

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