ट्रंप नहीं इस्तेमाल कर पाएंगे अपना 3 हजार करोड़ वाला ये गिफ्ट, आखिर क्या है मामला?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आज क़तर के दौरे पर जाने वाले हैं. ऐसे में खबर है कि इस दौरे पर उन्हें अब तक का सबसे महंगा तोहफा मिल सकता है. रिपोर्ट के मुताबिक कतर उन्हें एक लग्जरी प्लेन गिफ्ट करने वाला है, जो हाई क्लास फैसिलिटीज से लैस है. लेकिन इस बीच बड़ी खबर ये भी है कि वो इस प्लेन को इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे. इसके पीछे बड़ा कारण है आइए जानते हैं.
क्या है मामला?
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कतर द्वारा उपहार में दिए गए 400 मिलियन डॉलर (लगभग 3,000 करोड़ रुपये) के लग्जरी जेट को एयर फ़ोर्स वन के रूप में इस्तेमाल करने में मुश्किलें आ सकती हैं. यह जेट, जो बेहद लग्जरी सुविधाओं से लैस है, ट्रंप के निजी उपयोग के लिए था, लेकिन इसे आधिकारिक अमेरिकी राष्ट्रपति विमान के रूप में उपयोग नहीं किया जा सकेगा.
क्यों नहीं हो सकेगा इस्तेमाल?
- सुरक्षा मानकों का अभाव: अमेरिकी वायु सेना और सीक्रेट सर्विस के पास एयर फ़ोर्स वन के लिए कड़े सुरक्षा और तकनीकी मानक हैं. ट्रंप का यह निजी जेट उन मानकों पर खरा नहीं उतरता है.
- तकनीकी बदलाव की आवश्यकता: अगर ट्रंप इसे राष्ट्रपति विमान के रूप में इस्तेमाल करना चाहें तो इसमें कई तकनीकी और सुरक्षा सुधारों की आवश्यकता होगी, जिसमें मिसाइल डिफेंस सिस्टम, सुरक्षित संचार प्रणाली, और अन्य सैन्य उपकरण शामिल हैं.
- अमेरिकी नीति: अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक यात्रा के लिए हमेशा सरकार द्वारा स्वीकृत विमान का उपयोग होता है, जिसे विशेष रूप से एयर फ़ोर्स वन के रूप में तैयार किया जाता है.
क्या ट्रंप कर सकते हैं इसका निजी उपयोग?
ट्रंप इस जेट का निजी उपयोग जारी रख सकते हैं. यह उनके व्यापारिक दौरों, पारिवारिक यात्राओं और व्यक्तिगत कार्यक्रमों के लिए उपयोगी हो सकता है. लेकिन आधिकारिक तौर पर यह अमेरिकी राष्ट्रपति विमान के रूप में नहीं उड़ सकता.
क्यों है यह जेट खास?
- बोइंग 747-8 मॉडल, जो दुनिया का सबसे बड़ा पैसेंजर जेट है.
- इसमें शानदार इंटीरियर, जिसमें वीआईपी सुइट, लाउंज और बेडरूम शामिल हैं.
- इसकी लागत 400 मिलियन डॉलर यानी लगभग 3,000 करोड़ रुपये है.
- यह जेट ट्रंप की पहले से ही प्रभावशाली विमानन संपत्ति में एक और शानदार जोड़ है.
डोनाल्ड ट्रंप को गिफ्ट में मिला यह लग्जरी जेट भले ही अपनी भव्यता और सुविधाओं के कारण आकर्षण का केंद्र हो, लेकिन इसे आधिकारिक रूप से एयर फ़ोर्स वन के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा. अमेरिकी सरकार की सुरक्षा और तकनीकी आवश्यकताएं इसे एयर फ़ोर्स वन के रूप में मंजूरी नहीं देती हैं.