संयुक्त किसान मोर्चा ने धरना प्रदर्शन कर राष्ट्रपति व पंजाब के राज्यपाल को ज्ञापन भेजा

भिवानी, ( ब्यूरो): संयुक्त किसान मोर्चा भिवानी ने मोर्चा के राष्ट्रीय आह्वान पर जिला उपायुक्त कार्यालय भिवानी के सामने धरना देकर पंजाब के किसानों के साथ पंजाब सरकार द्वारा पुलिसिया दमन के विरोध में तथा अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया तथा जिला उपायुक्त के माध्यम से देश के राष्ट्रपति और पंजाब के राज्यपाल के पास ज्ञापन भिजवाया। जिला उपायुक्त की तरफ से ज्ञापन लेने नगराधीश अनिल कुमार किसानों के बीच आए। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता किसान सभा से रामफल देशवाल, एआई के के एस से मास्टर बस्तीराम, भारतीय किसान यूनियन टिकैत से चांदीराम कुंगड़, युवा कल्याण संगठन से बलबीर सिंह बजाड़, जम्हूरी किसान सभा से सतबीर सिंह व स्वराज ग्राम किसान मोर्चा से ईश्वरसिंह बागनवाला ने संयुक्त रूप से की। मंच संचालन किसान सभा के कामरेड ओमप्रकाश ने किया। किसानों के धरने को सम्बोधित करते हुए किसान नेता रवि आजाद, कामरेड ओमप्रकाश, कमल सिंह प्रधान व रोहतास सैनी ने आरोप लगाया कहा कि पंजाब व केन्द्र सरकार ने शम्भू व खनौरी बोर्डर पर आन्दोलनरत किसानों के साथ बातचीत का ढोंग रचकर उनको अचानक गिरफ्तार कर लिया, लाठी चार्ज किया तथा उनके ट्रेक्टर व अन्य वाहन जब्त कर लिए, इन दोनों सरकारों की इस बर्बर कार्यवाही के विरोध में पूरे देश में संयुक्त किसान मोर्चा प्रदर्शन व धरने कर रहा है। उन्होंने केन्द्र सरकार को आगाह किया है कि वह अपने 9 दिसम्बर 2021 में किए गये वायदों से मुकर रही है, जिसमें डा. स्वामीनाथन आयोग के अनुसार लाभकारी न्यूनतम समर्थन मूल्य के संवैधानिक गांरटी देने, बिजली निजिकरण बिल वापिस करने और किसानों को कर्ज मुक्त करने का वायदे किए थे। अब केन्द्र सरकार उन वायदों को पूरा करने की बजाए किसान विरोधी तीन कृषि कानून वापिस लेने के वावजूद नया मण्डी कानून प्रारूप लेकर आ रही है, जो खेती पर कारपोरेट कब्जा करने व मण्डी व्यवस्था को समाप्त करने का काम करेगा। देश का किसान हरगिज ऐसा नहीं करने देगा और राष्ट्रव्यापी आंदोलन करके केन्द्र सरकार को इसे वापिस करने पर मजबूर करेगा। कार्यक्रम को किसान नेता डा. बलबीर ठाकन, मास्टर शेरसिंह, गंगाराम स्योराण, आजाद सिंह मिरान, सुन्दर कोच, जोगेंद्र तालू, राजेश कुंगड़, प्रताप सिहं सिंहमार, महाबीर फौजी, नरेन्द्र धनाना, मजदूर नेता कामरेड अनिल कुमार, धर्मबीर सिंह ने सम्बोधित किया।