शरीर में मौजूद रक्त का मात्र 15वां हिस्सा होता है एक यूनिट रक्त: शतकवीर राजेश डुडेजा
सेवकों को बताया रक्तदान व जल संरक्षण का महत्व

भिवानी, (ब्यूरो): एनएसएस शिविर का उद्देश्य देश के भविष्य युवाओं को शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक गतिविधियों से जोडकऱ समाजसेवा की दिशा में अग्रणीय बनाना है, ताकि वे भविष्य में सभ्य नागरिक बनकर समाज व राष्ट्र की उन्नति में अपना योगदान दे सकें। इसी कड़ी में स्थानीय महाराजा नीमपाल सिंह राजकीय महाविद्यालयम में एनएसएस की तीनों इकाईयों के संयुक्त तत्वावधान में सात दिवसीय एनएसएस शिविर का आयोजन किया जा रहा है। शिविर के 5वें दिन वीरवार को विद्यार्थियों को रक्तदान एवं जल के महत्व से अवगत करवाया गया। कार्यक्रम अधिकारी डा. मदन सिंह, डा. सुदेश व डा. पूनम जोगपाल की देखरेख में आयोजित शिविर में वीरवार को शतकवीर रक्तदाता राजेश डुडेजा एवं रक्तवीर मनीष वर्मा मुख्य तौर पर पहुंचे। इस दौरान एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डा. मदन सिंह ने मंच का संचालन किया। इस मौके पर शतकवीर रक्तदाता राजेश डुडेजा व रक्तवीर मनीष वर्मा ने एनएसएस स्व्यं सेवकों को रक्तदान के महत्व से अवगत करवाया तथा उपस्थित सभी को होली पर्व पर पानी बचाने व तिलक होली मनाने का संकल्प दिलाया गया। इस अवसर पर राजेश डुडेजा व मनीष वर्मा ने कहा कि रक्तदान के बाद शरीर में खून बनने की प्रक्रिया तेज हो जाती है तथा एक यूनिट रक्त मात्र 24 घंटे में ही बन जाता है। उन्होंने कहा कि एक यूनिट रक्त 350 मिलीग्राम का होता है, जो कि शरीर में मौजूद रक्त का मात्र 15वां हिस्सा होता है। उन्होंने बताया कि रक्तदान करने के बाद शरीर में किसी तरह की कमजोरी नहीं आती। उन्होंने बताया कि रक्तदान करने के बाद डाइट अच्छी क्वांटिटी और हेल्दी रखनी चाहिए। खाने में फल, जूस, और दूध लेना चाहिए।