धर्म/अध्यात्म
प्रेम और भक्ति को समर्पित था रविदास का जीवन: बाबू साहेब

तोशाम,(वीरेन्द्र): आनंद परमानंद सत्संग आश्रम धाम निगाणा में संत शिरोमणी गुरु रविदास महाराज की 648वीं जयंती पर सत्संग व भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें सतगुर बाबू साहेब ने संगत को संत रविदास के जीवन के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि संत रविदास का जन्म उत्तर प्रदेश में एक गरीब परिवार में हुआ था। उनका जीवन पूर्ण रूप से प्रेम और भक्ति से समर्पित रहा। उस समय अनेकों राजाओं, महाराजाओं और महाराणियों ने उनके विचारों से प्रभावित होकर संतमत का रास्ता अपनाया। हम सब उनके गुणगान को जीतना गाये उतना ही कम है। इस अवसर पर गायक प्रकाश आनंद जूई, प्रकाश आनंद साहलेवाला, सुधानन्द बीराण, हेमंत पथाना, गायिका निर्मला, रीना बिसलवास, संतोष भिवानी, सुशीला सुरपुरा ने अपने शब्दों के माध्यम से गुरु की महिमा का गुणगान किया।