हमारे संविधान में आत्मा के रूप में बसी हुई है प्रस्तावना: अतिरिक्त उपायुक्त

भिवानी, (ब्यूरो): अतिरिक्त उपायुक्त हर्षित कुमार ने कहा है कि भारतीय संविधान की प्रस्तावना बहुत महत्वपूर्ण है। हर्षित कुमार आज लघु सचिवालय के डीआरडीए हाल में हमारा संविधान हमारा स्वाभिमान के तहत संविधान प्रस्तावना वाचन कर रहे थे। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि प्रस्तावना संविधान की आत्मा है। यह संविधान के मूल्यों, सिद्धांतों, उद्देश्यों, और लक्ष्यों को बताती है। उन्होंने कहा कि प्रस्तावना संविधान को दिशा और उद्देश्य देती है। प्रस्तावना से ही संविधान के विभिन्न प्रावधानों और विधियों को समझा जा सकता है। संविधान की प्रस्तावना के बारे में विस्तार से बताते हुए अतिरिक्त उपायुक्त हर्षित कुमार ने कहा कि यह संविधान के मूल्यों और सिद्धांतों को निर्धारित करती है। जैसे कि स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व, न्याय, सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक समानता। प्रस्तावना ही संविधान निर्माताओं की सोच और आदर्शों का उल्लेख करती है। यह संविधान को उचित रूप से लागू करने का निर्देश देती है। उन्होंने कहा कि प्रस्तावना संविधान के विभिन्न प्रावधानों और विधियों की व्याख्या के लिए एक बेहतरीन साधन है। प्रस्तावना को संविधान के आधार बताते हुए उन्होंने कहा कि यह संविधान के मौलिक दर्शन और मौलिक मूल्यों का उल्लेख करती है। उन्होंने कहा कि संविधान की प्रस्तावना उन उद्देश्यों और सामाजिक-आर्थिक लक्ष्यों को भी स्थापित करती है, जिन्हें संवैधानिक प्रक्रियाओं के माध्यम से प्राप्त किया जाता है। इस दौरान भारत के संविधान को लेकर बनाई गई डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी दिखाई गई। इसके अलावा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के लाइव कार्यक्रम को भी दिखाया गया। संविधान प्रस्तावना वाचन कार्यक्रम जिला के सभी कार्यालयों, गांवों, शिक्षण संस्थानों, महाविद्यालय व विश्वविद्यालय में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में एसडीएम महेश कुमार, डीडीपीओ आशीष मान सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।