न्यूज़ डेस्क उत्तर प्रदेश । नोएडा । राजेश शर्मा । आज व्यापारियों एवं कारोबारियों का ग्राहकों से नाता धीरे-धीरे खत्म होता जा रहा है। वे अपने भविष्य को लेकर खासा चिंतित हैं। ई-कॉमर्स कंपनियों को बढ़ावा देने से घरेलू बाजार काफी कमजोर होता जा रहा है। ई-कॉमर्स के कारण बाजार पर 50 प्रतिशत का असर पड़ा है। व्यापारी परेशान हैं, पर उसकी व्यथा को सुनने वाला कोई नहीं है। आज व्यापारी सिर्फ वोट देने और सरकार बनवाने तक सीमित रह गए हैं। उनकी समस्याओं को सरकार अनदेखी कर रही है। उपरोक्त बातें उत्तरप्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल, नोएडा के अध्यक्ष नरेश कुच्छल ने एक वक्तव्य में कही।
अध्यक्ष नरेश कुच्छल ने कहा कि सरकार ई-कॉमर्स कंपनियों को बढ़ावा दे रही है। भारत सरकार ऑन लाइन व्यापार करनेवाली कंपनियों पर टैक्स की दर नहीं बढ़ा रही है, नहीं एक्सचेंज पॉलिसी पर रोक लगा रही है। इससे व्यापारियों की समस्याएं बढ़ती जा रही है, क्योंकि हजारों करोड़ की पूंजी लगाकर ई-कॉमर्स कंपनियां घरेलू बाजार को बर्बाद करने पर तुली हुई है। उन ई-कॉमर्स कंपनियों के पूंजी और आधुनिकता से मुकाबला करना व्यापारियों एवं कारोबारियों की बस की बात नहीं है।
इसलिए सरकार का कैश ऑन डिलीवरी पर रोक लगाना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि नोएडा के प्रमुख बाजार हरौला, अट्टा मार्केट, सेक्टर 18 मार्केट, भंगेल जैसे अन्य मार्केट में पहले दुकानों पर खरीददार ग्राहकों की भीड़ लगी रहती थी पर, आज दुकानदार ग्राहकों की राह देखते रहते हैं।
उन्होंने बताया कि बड़े दुकानों पर जहां कभी 10 से 15 स्टाफ काम करते थे, उन दुकानों पर अब पांच से छह लोग ही काम करते हैं। यदि यही स्थिति रही तो वह समय दूर नहीं जब कई दुकानें बंद हो जाएंगी।