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दादरी में रोडवेज बसों का अभाव, ठंड में निजी बस की छत पर सफर करने को मजबूर छात्र

चरखी दादरी: चरखी दादरी जिले के कई रूटों पर सुबह की कड़कड़ाती ठंड में बसों की कमी के चलते विद्यार्थियों को निजी बसों की छतों पर यात्रा करने को मजबूर होना पड़ रहा है। वहीं निजी बस संचालक भी किराया के चक्कर में बच्चों की जान जोखिम में डालकर कड़कड़ाती ठंड में बस की छत पर ले जाते हैं।

मामले को लेकर रोडवेज विभाग व प्रशासनिक अधिकारी पूरी तरह से मूकदर्शक बने हुए हैं। इससे बच्चे ठंड़ में तो सफर कर ही रहे हैं बल्कि जान का भी खतरा बना हुआ है।

बता दें चरखी दादरी व बाढ़ड़ा कस्बे में प्रतिदिन दर्जनों गांवों से हजारों विद्यार्थी विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षा ग्रहण करने जाते हैं। कई रूटों पर बसों की भारी किल्लत के चलते विद्यार्थियों को परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। इन परेशानियों के चलते कई बार विद्यार्थी रोड़ जाम व धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं, लेकिन समस्या का स्थाई समाधान नहीं हो पाया है। जिसके चलते विद्यार्थी जैसे-तैसे शिक्षण संस्थानों में पहुुंचने को मजबूर हैं।

विद्यार्थी माेहित, सोनू, अमित, दीपक, पंकज, साहिल आदि ने बताया कि सुबह के समय बसें कम आती हैं, जिसके चलते उन्हें समय पर स्कूल पहुंचने में दिक्कत आती है। उन्होंने बताया कि उनके स्कूल जाने के समय पर निजी बसें आती हैं। इनमें भीड़ होने के कारण परिचालक उन्हें छत पर चढ़ा देते हैं, और उनसे किराया भी लिया जाता है। ठंड के मौसम में विद्यार्थी बसों की छतों पर यात्रा करने को मजबूर हैं। जो कहीं ना कहीं सरकार के दावों की पोल खोल रहा है।

दादरी डीपो महाप्रंबधक नवीन शर्मा ने कहा कि ये मामला उनके संज्ञान में नहीं है। जहां किसी भी रूट पर दिक्कत है, वहां पर बसों के फेरे बढ़ाए जाएंगे। कई रूटों पर छात्राओं के लिए स्पेशल बसें भी चलाई जा रही हैं। किसी रूट पर छात्राओं की डिमांड आती है, तो वहां भी बसों का संचालन कर यातायात सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होनें कहा, मैं तमाम कहना चहता हूं कि विद्यार्थियों को बसों की छतों पर सफर नहीं करना चाहिए।

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