टेक्नोलॉजी

महाकुंभ 2025 में Ola बताएगा श्रद्धालुओं को सही रास्ता, AI के जरिए करेगा काम आसान

 महाकुंभ 2025 का आयोजन उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने जा रहा है. इस बार यह धार्मिक मेला न केवल आस्था और भक्ति का केंद्र होगा, बल्कि टेक्नोलॉजी की नई ऊंचाइयों को भी छूएगा. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ‘कुंभ सहायक चैटबॉट’ पेश किया गया है, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के जरिए काम करता है. Ola के एआई मॉडल के साथ डेवलप किया गया यह चैटबॉट श्रद्धालुओं को सही रास्ता दिखाने और मेले के दौरान हर तरह की जानकारी देने में मदद करेगा.

कुंभ सहायक चैटबॉट एक डिजिटल गाइड के तौर पर काम करेगा. इसे खासतौर पर महाकुंभ मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के एक्सपीरियंस को आसान और सुविधाजनक बनाने के लिए डिजाइन किया गया है. यह एआई चैटबॉट न केवल इवेंट से जुड़ी जानकारियां देता है, बल्कि श्रद्धालुओं को उनकी जरूरत के मुताबिक रियल-टाइम गाइडेंस भी देता है.

कुंभ सहायक चैटबॉट के फीचर्स

मल्टीपल लैंग्वेज सपोर्ट: यह चैटबॉट हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, तेलुगु, मराठी, मलयालम, उर्दू, गुजराती, पंजाबी, कन्नड़ और बंगाली भाषा में काम करता है. इसमें ‘भाषिनी’ ऐप को जोड़ा गया है. भाषिनी की वजह से ही अलग-अलग भारतीय भाषा बोलने वाले लोग कुंभ सहायक चैटबॉट का इस्तेमाल कर सकते हैं.

आसान यूज के ऑप्शन: चैटबॉट को टेक्स्ट और वॉयस दोनों मोड में एक्सेस किया जा सकता है. चाहे आप टेक्नोलॉजी के जानकार हों या पहली बार डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहे हों, इसे इस्तेमाल करना बेहद आसान है.

नेविगेशन में मददगार: गूगल मैप्स के साथ जुड़ने की वजह से चैटबॉट स्नान घाटों, मंदिरों, बस स्टॉप और पार्किंग जैसी जगहों के लिए स्टेप-बाय-स्टेप नेविगेशन और डायरेक्शन बताता है.

पर्यटन से जुड़ी जानकारी: चैटबॉट लोकल रहन-सहन, सरकार से अप्रूव्ड टूर पैकेज और दर्शनीय स्थलों के बारे में भी जानकारी देता है. इससे पर्यटकों और श्रद्धालुओं को मेले के अलावा आसपास की जगह देखने में मदद मिलेगी.

Ola और Krutrim AI की भूमिका

कुंभ सहायक चैटबॉट सर्विस को ओला की मदद के साथ डेवलप किया गया है. यह चैटबॉट ओला के जनरेटिव एआई टूल ‘कृत्रिम’ का इस्तेमाल करता है. Krutrim AI की मदद के साथ यह चैटबॉट भारतीय यूजर्स की जरूरत को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है.

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