हाथ का साथ छोड़ निखिल मदान ने थामा भाजपा का दामन, सीएम सैनी व मनोहर लाल की मौजूदगी में ली पार्टी की सदस्यता
विधानसभा चुनाव से पहले हरियाणा कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। सोनीपत मेयर निखिल मदान कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उसके बाद उन्होंने दिल्ली भाजपा ज्वाइन की। निखिल मदान ने मुख्यमंत्री नायब सैनी, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर व प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ोली की मौजूदगी में भाजपा की सदस्तता ली।
बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा के कई नेताओं ने पाला बदला है। इसी कड़ी में भूपेंद्र हुड्डा के करीबी निखिल मदान ने कांग्रेस छोड़ भाजपा ज्वाइन की है। निखिल मदान कांग्रेस से जाना भूपेंद्र हुड्डा के लिए भी झटका है।
वहीं निखिल मैदान ने कांग्रेस छोड़ने और बीजेपी ज्वाइन करने से पहले कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य शहर का विकास करवाना है। शहर की जनता ने उन्हें वोट देकर चुना ताकि शहर का विकास कार्य हो सके। साढ़े 3 साल से उन्होंने बहुत ज्यादा विकास कार्य करवाए, लेकिन कुछ कार्यों में रुकावटें आ रही थी। जिसके लिए सरकार के साथ की जरूरत पड़ती है और इसीलिए वो कांग्रेस को छोड़ भाजपा में जा रहे हैं।
बता दें कि वर्ष 2020 में राजनीति में कदम रखने वाले कांग्रेस के युवा नेता निखिल मदान ने नगर निगम के मेयर पद पर चुनाव लड़ते हुए 72,118 मत हासिल कर भाजपा के ललित बतरा को 13,817 मतों के अंतर से हराया था। यह चुनाव जीत कर उन्होंने सोनीपत का पहला मेयर बनने का गौरव प्राप्त किया था। सत्तारूढ़ पार्टी के प्रत्याशी को पटखनी देने के बाद कांग्रेस के निखिल मदान की जीत प्रदेशभर में चर्चा का विषय बनी थी। वैसे निखिल मदान के भाजपा में जाने को लेकर कुछ समय से कयास लगाए जा रहे थे।