दो भाईयों की एक साथ हुई शादी, सुहागरात से पहले खाई खीर और हो गया कांड
सुहागरात शादी के बाद होने वाली खास रस्मों में से एक है। हर युवा इसके लिए बेताब रहता है, दो सगे भाईयों के साथ एक अजीब घटना घटित हो गई
न्यूज़ डेस्क उत्तरप्रदेश । हरदोई । एजेन्सी । शादी होने के बाद हर युवक का सपना होता है कि वह अपनी दूल्हन के साथ समय गुजारे। सुहागरात शादी के बाद होने वाली खास रस्मों में से एक है। हर युवा इसके लिए बेताब रहता है, दो सगे भाईयों के साथ एक अजीब घटना घटित हो गई। यूपी में दो सगे भाईयों की एक साथ शादी हुई थी। सुहागरात पर दोनों भाई सुहाग सेज पर जाने की तैयारी कर रहे थे कि उनके साथ एक बड़ा कांड हो गया।
मामला उत्तर प्रदेश के हरदोई जनपद का है। हरदोई के भड़ायल गांव निवासी नरेश पाल के पुत्र प्रदीप और कुलदीप एक साथ मंदिर में शादी हुई थी। दोनों भाई अपनी अपनी पत्नी को लेकर घर पहुंचे थे। बताया जाता है कि सुहागरात से पहले दोनों दुल्हनों ने परिवार के लिए खीर बनाई। खीर खाने के बाद परिवार के लोग बेसुध हो गए और जब अगले दिन सुबह जब परिवारवालों की आंख खुली तो दोनों दुल्हन गायब मिली। बताया जाता है कि दोनों दुल्हन शादी का जेवर, नकदी और घर में रखा कीमती सामान लूटकर रफूचक्कर हो चुकी थीं। परिवारवालों ने दुल्हनों की तलाश की, लेकिन उनका कहीं कोई पता नहीं चला। इसके बाद दूल्हों ने पुलिस में लुटेरी दुल्हनों और उनको लेकर पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई।
आपको बता दें कि भड़ायल गांव के रहने वाले नरेश पाल के दो पुत्र प्रदीप और कुलदीप हैं। इसके अलावा नरेश पाल की पत्नी शिवकन्या नेत्रहीन है। 30 प्रदीप और और 27 साल कुलदीप की शादी न हो पाने की वजह से पूरा परिवार परेशान था। प्रदीप दिल्ली में एक ताला बनाने वाली फैक्ट्री में काम करता है, जबकि कुलदीप गांव में ही रहता है। प्रदीप दिल्ली में शादी की बात को लेकर अपने गांव के ही इकबाल नामक एक व्यक्ति के संपर्क में आया। इकबाल ने दोनों भाइयों की शादी कराने की बात की।
प्रदीप की इकबाल से फोन पर बात हुई। उसने दोनों की शादी कराने के नाम पर 90 हजार रुपये की मांग की लेकिन किसी वजह से बात नहीं बनी। परिवारवालों के मुताबिक, इकबाल ने उसका और उसकी मां का नंबर कुछ और लोगों को दे दिया। जिसके कुछ दिन बाद प्रदीप की मां शिवकन्या के पास एक कॉल आया।
फोन करने वाले ने अपना नाम रवि उर्फ़ राजकुमार बताते हुए खुद को सीतापुर जिले का रहने वाला बताया और उसने बताया कि वह प्रदीप की शादी करा देगा, जिस पर उसकी मां ने अपने दूसरे पुत्र के बारे में भी शादी करने को कहा तो रवि ने उनसे कहा कि लखीमपुर जिले के धौरहरा की दो सगी बहनें हैं, जिसे वह आपके दोनों पुत्रों की शादी कर देगा, लेकिन इसके लिए 80 हजार रुपये देने पड़ेंगे। दोनों पुत्रों की दो सगी बहनों से शादी की बात सुनकर शिवकन्या ने शादी के लिए हां कर दी।
22 नवंबर को दोनों भाइयों से पहले अपनी तय रकम ली और फिर उसके बाद गांव के एक मंदिर में गांववालों की मौजूदगी में विधिवत प्रदीप की शादी पूजा से और कुलदीप का विवाह आरती से विधि-विधान के साथ हो गया।