‘वर्क फ्रॉम होम तो सुना है, वर्क फ्रॉम जेल के बारे में पहली बार सुना’- राजनाथ सिंह
नई दिल्ली, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को पंजाब में एक रैली को संबोधित करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तंज कसा है. बीजेपी नेता ने कहा कि उन्होंने वर्क फ्रॉम होम (घर से काम करने) के बारे में तो सुना है, लेकिन वर्क फ्रॉम जेल (जेल से काम करने) के बारे में वह पहली बार सुन रहे हैं
फतेहगढ़ साहिब से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार गेजा राम वाल्मीकि के समर्थन में खन्ना में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा, ‘यहां ‘आप’ (आम आदमी पार्टी) सत्तारूढ़ है. आपको इस बारे में ज्यादा बताने की जरूरत नहीं है कि वह किस तरह का काम कर रही है.’
राजनाथ सिंह ने कथित आबकारी नीति घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में केजरीवाल की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए कहा, ‘दिल्ली में भी ‘आप’ सरकार है, लेकिन ‘आप’ नेता को शराब घोटाले को लेकर जेल में डाल दिया गया था.’ रक्षा मंत्री ने कहा कि उनका मानना है कि अगर किसी भी नेता पर कोई आरोप लगता है तो उसमें तब तक के लिए अपने पद से इस्तीफा देने का नैतिक साहस होना चाहिए जब तक वह आरोपों से मुक्त न हो जाए.
उन्होंने कहा कि यही नैतिकता है. रक्षा मंत्री ने कहा, ‘आप नेता केजरीवाल को शराब घोटाले में जेल हुई थी. उसके बाद भी वह कहते हैं कि वह मुख्यमंत्री पद पर बने रहेंगे. वह कहते हैं कि वह जेल से काम करेंगे.’ उच्चतम न्यायालय ने केजरीवाल को एक जून तक के लिए अंतरिम जमानत दे दी है और उन्हें दो जून को आत्मसमर्पण करने एवं वापस जेल जाने का निर्देश दिया है.
लोकसभा चुनाव के तहत सात चरणों में मतदान जारी हैं और एक जून को आखिरी चरण का मतदान होगा. सिंह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, ‘मैं कार्यालय से काम करने के बारे में जानता हूं, मैंने वर्क फ्रॉम होम के बारे में सुना है, लेकिन वर्क फ्रॉम जेल के बारे में मैं पहली बार सुन रहा हूं.’
उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे के नेतृत्व वाले आंदोलन के बाद आम आदमी पार्टी का गठन करने को लेकर भी केजरीवाल पर निशाना साधा. सिंह ने कहा कि जब केजरीवाल अन्ना हजारे के साथ मिलकर आंदोलन कर रहे थे, तो हजारे ने उनसे कहा था कि यह आंदोलन कांग्रेस के भ्रष्टाचार के खिलाफ है और इसकी सफलता का इस्तेमाल राजनीतिक लाभ के लिए नहीं किया जाना चाहिए और किसी राजनीतिक दल का गठन नहीं किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘लेकिन केजरीवाल ने अपने गुरु की ही बात नहीं मानी और उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) बना ली.’ सिंह ने दावा किया कि केजरीवाल ने कहा था कि अगर वह मुख्यमंत्री बने तो सरकारी आवास में कभी नहीं रहेंगे. उन्होंने कहा, ‘लेकिन बाद में उन्होंने मुख्यमंत्री आवास को ‘शीश महल’ में बदल दिया और उस पर जनता के करोड़ों रुपये खर्च किए.’