FARMER PROTEST 2.0: पुलिस और किसानों में फिर धक्का-मुक्की, बैरिकेड्स तोड़ ट्रैक पर बैठे किसान
संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीति और किसान मजदूर मोर्चा के आह्वान पर बुधवार को किसान शंभू बॉर्डर द्वारा रेलवे ट्रैक जाम करने का ऐलान किया गया है।
संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीति और किसान मजदूर मोर्चा के आह्वान पर बुधवार को किसान शंभू बॉर्डर द्वारा रेलवे ट्रैक जाम करने का ऐलान किया गया है। किसानों द्वारा दोपहर 12 बजे अनिश्चितकालीन रेल रोको आंदोलन करने के ऐलान को लेकर किसान रेलवे ट्रैक की तरफ आगे बढ़े। तभी किसानों को रोकने के लिए शंभू रेलवे स्टेशन पर तैनात पंजाब पुलिस और किसानों के बीच में धक्का मुक्की हो गई। जिसके बाद किसान शंभू रेलवे ट्रैक पर बैठ गए।
किसानों ने लगाया धरना
बता दें कि 13 फरवरी को जब किसानों द्वारा दिल्ली जाने का ऐलान किया गया था, तब किसान आंदोलन 2.0 में कई किसान और किसान नेताओं को हिरासत में लिया था। उनकी रिहाई के लिए किसान मांग कर रहे हैं। जिसके बाद अब संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीति और किसान मजदूर मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने शंभू रेलवे ट्रैक पर किसान धरना लगाकर बैठ गए हैं। किसानों ने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़कर शंभू रेलवे ट्रैक पर धरना लगा दिया है। पुलिस ने किसानों को फिर बातचीत के लिए रोका मगर बात नहीं बनी किसान रेल ट्रैक तक पहुंचने में कामयाब रहे और शम्भू स्टेशन पर पहुंच कर रेल ट्रैक जाम कर दिया। किसानों का कहना है जब तक रिहा किसानों को नहीं छोड़ेंगे तब तक ट्रैक बंद रहेगा। अगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं सुनी तो चंडीगढ़ हाइवे और पंजाब के बाकि रेल ट्रैक भी ठप्प कर दिए जाएंगे।
हिरासत में लिए किसानों की रिहाई की मांग
किसानों द्वारा रेल रोको आंदोलन की कॉल 9 अप्रैल को ही दे दी गई थी, लेकिन पंजाब सरकार ने हरियाणा सरकार से बातचीत की बात कही और समय मांगा जिसके बाद किसानों ने 16 अप्रैल तक का समय दिया और आज किसानों ने शम्भू स्टेशन पहुंच कर रेल ट्रैक जाम कर दिया। किसानों ने चंडीगढ़ में हरियाणा और पंजाब सरकार के अधिकारियों के साथ हुई चर्चा के बाद 16 अप्रैल तक स्थगित कर दिया था।अधिकारियों ने युवा किसान नेता नवदीप सिंह जलबेहड़ा समेत तीनों किसानों को रिहा करने का आश्वासन दिया था, लेकिन जेल में बंद तीनों किसानों की रिहाई नहीं हुई।