हरियाणा

भाजपा का दामन छोड़ एक बार फिर कांग्रेसी हुए बीरेंद्र सिंह, उदयभान ने पहनाया पटका, भूपेंद्र बोले- भाई का स्वागत है

हरियाणा के पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह और उनकी पत्नी प्रेम लता सिंह ने भाजपा को अलविदा कह दिया है। मंगलवार को दिल्ली कांग्रेस मुख्यालय में बीरेंद्र सिंह ने अपनी पत्नी प्रेमलता के साथ कांग्रेस जॉइन कर लिया है।

हरियाणा डेस्कहरियाणा के पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह और उनकी पत्नी प्रेम लता सिंह ने भाजपा को अलविदा कह दिया है। मंगलवार को दिल्ली कांग्रेस मुख्यालय में बीरेंद्र सिंह ने अपनी पत्नी प्रेमलता के साथ कांग्रेस जॉइन कर ली है। हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने बीरेंद्र सिंह को कांग्रेस का पटका पहनाया। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा मौजूद रहे। भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि बीरेंद्र सिंह का पार्टी में स्वागत है, बीरेंद्र मेरे भाई जैसे हैं, और भाई के आने से भाई को खुशी होती ही है।

पांच बार रह चुके हैं विधायक

बता दें कि बीरेंद्र सिंह व उनकी पत्नी पूर्व विधायक प्रेम लता सिंह ने सोमवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को अपना इस्तीफा भेज दिया था।  बीरेंद्र सिंह जींद की उचाना सीट से 5 बार विधायक और दो बार राज्यसभा और एक बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं। 43 साल तक कांग्रेस में रहने के बाद 2014 को लोकसभा चुनाव के बाद वो BJP में शामिल हो गए थे। कांग्रेस छोड़ने के पीछे की वजह उनके पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा के साथ मतभेद रहे, लेकिन अब हुड्‌डा और बीरेंद्र सिंह फिर से एक-दूसरे के काफी करीब हो गए हैं।

बता दें कि चौधरी बीरेंद्र सिंह ने अपना पहला चुनाव उचाना से 1977 में लड़ा और वो बड़े मार्जिन से जीत हासिल करते हुए MLA बने। इसके बाद 1982 में फिर से वो उचाना से ही विधायक चुने गए। हालांकि बीरेंद्र सिंह चर्चा में उस वक्त आए जब उन्होंने हिसार लोकसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला को बड़े मार्जिन से हरा दिया था।

सीएम बनना चाहते थे बीरेंद्र सिंह

इसके बाद बीरेंद्र सिंह 1991 में फिर से उचाना से विधायक बने और लगातार 2009 तक इस सीट पर विधायक रहे। बीरेंद्र सिंह सीएम बनना चाहते थे, जो पूरा नहीं हो पाया। कभी CM नहीं बन पाने की टीस उन्हें हमेशा से रही। वो खुद अनेक बार अलग-अलग मंचों से इसका जिक्र भी करते रहे।

Related Articles

Back to top button