क्या आप जानते हैं? एकादशी जन्म वाले बच्चों के ये 5 अद्भुत गुण

साल 2025 का समापन धार्मिक दृष्टिकोण से बेहद शुभ होने जा रहा है. 30 दिसंबर को साल की आखिरी पुत्रदा एकादशी मनाई जाएगी. शास्त्रों में एकादशी तिथि को सभी तिथियों में श्रेष्ठ और हरि वासर कहा गया है. ज्योतिष शास्त्र और पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस पवित्र दिन जन्म लेने वाले बच्चे साधारण नहीं होते. माना जाता है कि ऐसे बच्चों पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष कृपा बनी रहती है. आइए जानते हैं एकादशी तिथि पर जन्मे बच्चों के उन 5 खास गुणों के बारे में, जो उन्हें दूसरों से अलग बनाते हैं.
एकादशी पर जन्म लेने वाले बच्चे स्वभाव से बहुत ही शांत और सरल होते हैं. ये बच्चे छोटी उम्र से ही बहुत गंभीर और समझदार नजर आते हैं. इनका सौम्य व्यवहार समाज में इन्हें काफी लोकप्रिय बनाता है.
तीव्र बुद्धि और आध्यात्मिक झुकाव
इन बच्चों की एकाग्रता शक्ति गजब की होती है. ये न केवल पढ़ाई-लिखाई में तेज होते हैं, बल्कि धर्म और अध्यात्म की ओर इनका स्वाभाविक झुकाव रहता है. ऐसे बच्चे अक्सर जीवन के गूढ़ रहस्यों को समझने में रुचि रखते हैं.
सच के मार्ग पर चलने वाले
भगवान विष्णु को सत्य का प्रतीक माना जाता है. एकादशी पर जन्मे बच्चों में यह गुण स्पष्ट रूप से दिखता है. ये झूठ बोलना पसंद नहीं करते और हमेशा न्याय का साथ देते हैं. इनकी ईमानदारी ही भविष्य में इनकी सफलता का आधार बनती है.
विपरीत परिस्थितियों में धैर्य
इन बच्चों का सबसे बड़ा गुण इनका धैर्य है. जीवन में चाहे कैसी भी मुश्किल स्थिति आए, ये घबराते नहीं हैं. एकादशी का व्रत रखने वाले जातकों की तरह, इस दिन जन्मे बच्चों में भी कठिन परिस्थितियों को झेलने और उनसे बाहर निकलने की अद्भुत क्षमता होती है.
परोपकारी और दयालु हृदय
ऐसे बच्चे दूसरों की मदद करने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं. इनके मन में जीव-जंतुओं और असहाय लोगों के प्रति दया का भाव रहता है. ज्योतिषियों का मानना है कि एकादशी पर जन्मे जातक अपने कुल का नाम रोशन करते हैं और समाज सेवा के कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं.
पुत्रदा एकादशी का विशेष महत्व
पुत्रदा एकादशी विशेष रूप से संतान प्राप्ति की कामना रखने वाले दंपत्तियों के लिए बहुत ही फलदायी मानी जाती है. इस दिन व्रत रखने और भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है. 30 दिसंबर को पड़ने वाली यह पुत्रदा एकादशी विशेष रूप से संतान प्राप्ति और संतान की उन्नति के लिए फलदायी मानी जाती है. यदि आपके बच्चे का जन्म इस दिन हुआ है, तो यह माना जाता है कि वह अपने साथ परिवार के लिए सौभाग्य लेकर आया है.




