भिवानी। साल के अंत में 30 दिसंबर को होने वाली नगर परिषद हाउस की बैठक में नए साल में करीब 100 करोड़ रुपये से शहर के विकास का खाका तैयार किया जाएगा। बैठक में शहर के सुंदरीकरण, मल्टीपर्पज खेल ऑडिटोरियम के निर्माण और पूरे शहर में पांच साल के लिए सफाई ठेका देने जैसे महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी। बैठक दोपहर साढ़े 12 बजे आयोजित होगी।
करीब दस माह बाद नगर परिषद की हाउस बैठक बुलाई जा रही है। इस बैठक को नए साल में विकास कार्यों की दिशा तय करने के लिहाज से अहम माना जा रहा है। खासतौर पर शहर के सुंदरीकरण को लेकर सदन में चर्चा होगी। शहर के कूड़ा प्वाइंटों पर बनाए जा रहे सेल्फी प्वाइंट अब प्रत्येक वार्ड में बनाए जाएंगे। इसके लिए पार्षदों से भी सुझाव लिए जाएंगे। प्रत्येक सेल्फी प्वाइंट पर नगर परिषद दो से तीन लाख रुपये का बजट खर्च करेगी।
नगर परिषद जिला प्रशासन और खेल विभाग की अनुमति तथा जगह उपलब्ध होने के बाद करीब सात करोड़ रुपये की लागत से मल्टीपर्पज खेल ऑडिटोरियम का निर्माण कराएगी। वहीं नियमों की पेचीदगियों के चलते शहर की सफाई से जुड़ा मसौदा फिर उलझा है लेकिन अब एक या दो साल के बजाय पूरे पांच साल के लिए सफाई का ठेका यानी लीज दी जाएगी। इसके लिए नगर परिषद सिंगल टेंडर प्रक्रिया अपनाएगी।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भिवानी के खिलाड़ियों की पहचान, सुविधाओं में पिछड़ा शहर
भिवानी के खिलाड़ियों की पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर है लेकिन खेल सुविधाओं के मामले में शहर पिछड़ा हुआ है। खेल विभाग के पास सीमित बजट होने के कारण सुविधाओं का विस्तार नहीं हो पा रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए नगर परिषद ने जिला प्रशासन और खेल विभाग की सहमति तथा जगह मिलने के बाद अपने खर्च पर मल्टीपर्पज खेल ऑडिटोरियम निर्माण का खाका तैयार किया है। इस परियोजना पर करीब सात करोड़ रुपये तक खर्च किए जाएंगे। इस प्रस्ताव को हाउस की बैठक में रखा जाएगा। हालांकि इस पर सभी पार्षदों की पहले ही सहमति बन चुकी है और जिला प्रशासन से भी इस संबंध में विस्तार से चर्चा की जा चुकी है। मल्टीपर्पज खेल ऑडिटोरियम बनने से विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं और अभ्यास के लिए खिलाड़ियों को सुविधा मिलेगी। वर्तमान में भीम स्टेडियम में स्थित जिम्नास्टिक ऑडिटोरियम करीब साढ़े चार दशक पुराना हो चुका है। नया मल्टीपर्पज खेल ऑडिटोरियम भी भीम स्टेडियम में ही प्रस्तावित है।
पूरे शहर में पांच साल के लिए दिया जाएगा टेंडर
सरकार की नई हिदायतों के अनुसार अब एक या दो साल के लिए नहीं बल्कि पूरे पांच साल के लिए शहर में सफाई का ठेका सिंगल टेंडर प्रक्रिया से दिया जाएगा। यानी सफाई का ठेका केवल एक ही कंपनी को अलॉट किया जाएगा। इसके तहत शहर के करीब 515 किलोमीटर क्षेत्र में सफाई व्यवस्था पर हर साल नगर परिषद का करीब साढ़े छह से सात करोड़ रुपये का बजट खर्च होगा। सर्कुलर रोड के भीतर नगर परिषद के नियमित और कच्चे कर्मचारी सफाई का कार्य करेंगे जबकि सर्कुलर रोड के बाहर ठेका एजेंसी अपने कर्मचारियों के माध्यम से सफाई कराएगी। शहर के सभी 31 वार्डों के साथ हाल ही में बढ़े शहर के दायरे को भी सफाई व्यवस्था में शामिल किया जाएगा। इस मसौदे को सरकार के समक्ष अनुमति के लिए भेजा गया है।
नए साल में शहर के इन हिस्सों का होगा सुंदरीकरण
नगर परिषद नए साल में शहर के सर्कुलर रोड के करीब साढ़े चार किलोमीटर हिस्से का सुंदरीकरण करीब पांच करोड़ रुपये के बजट से कराएगी। इसी तरह रोहतक रोड का सुंदरीकरण करीब सवा चार करोड़ रुपये से किया जाएगा जिसका मसौदा मुख्यालय भेजा जा चुका है। शहर के चिड़ियाघर रोड का सुंदरीकरण ढाई करोड़ रुपये के बजट से नए साल में किया जाएगा। लोहारू रोड के सुंदरीकरण पर भी नगर परिषद करीब ढाई करोड़ रुपये खर्च करेगी। वहीं हांसी रोड के सुंदरीकरण का कार्य पहले से चल रहा है।
50 करोड़ से 250 कच्ची गलियां होंगी पक्की
नगर परिषद नए साल में शहर के सभी 31 वार्डों में कच्ची और खस्ताहाल गलियों के निर्माण पर भी बड़ा बजट खर्च करेगी। करीब 250 गलियों के निर्माण पर लगभग 50 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके लिए संबंधित वार्ड पार्षदों की ओर से गलियों की मांग हाउस बैठक से पहले ही सौंप दी गई है। इस पर भी सदन में चर्चा की जाएगी।
नगर परिषद क्षेत्र में विकास कार्यों और सुंदरीकरण को लेकर 30 दिसंबर को दोपहर साढ़े 12 बजे नप हाउस की बैठक तय की गई है। इस बैठक में पार्षद शहर के सुंदरीकरण को लेकर चर्चा करेंगे और नए साल में करीब 100 करोड़ रुपये से अधिक के बजट से विकास कार्यों का खाका तैयार करेंगे जिन पर काम शुरू कराया जाएगा। इस साल भी सुंदरीकरण के काम चल रहे हैं लेकिन नए साल में नई परियोजनाओं को सिरे चढ़ाकर उनका काम पूरा कराने की कोशिश रहेगी। पूरे शहर में पांच साल के लिए सफाई व्यवस्था सिंगल टेंडर सिस्टम से कराई जाएगी।