ओपी राजभर ने रेप पीड़िता पर तंज कसा, उन्नाव का संदर्भ देकर किया मजाक

उन्नाव रेप पीड़िता और उसके परिवार को दोषी और पूर्व बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की सजा को सस्पेंड किए जाने के खिलाफ दिल्ली के रेड गेट पर हुए प्रोटेस्ट पर उत्तर प्रदेश के मंत्री ओपी राजभर ने तंज कसा है. प्रदर्शन करने वालों को जजबरदस्ती हटाए जाने के बाद, उत्तर प्रदेश के मंत्री ओपी राजभर ने बुधवार को इस घटना को कम करके बताया और हंसते हुए कहा, “लेकिन उसका घर तो उन्नाव में है.”
जब रिपोर्टरों ने रेप पीड़िता को रेड गेट से बाहर निकाले जाने पर उनके रिएक्शन के बारे में पूछा, तो राजभर ने हंसने से पहले कहा कि उसका घर उन्नाव में है, ही-ही-ही…
2017 के रेप केस में सेंगर को जमानत देने के दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश का विरोध करते हुए इंडिया गेट के पास से जबरदस्ती घसीटे जाने के बाद रेप पीड़िता ने कहा था कि वह वहीं खुद को मारना चाहती थी, लेकिन अपने परिवार के बारे में सोचने के बाद उसने ऐसा करना बंद कर दिया.
बुधवार सुबह, रेप पीड़िता ने बीजेपी से निकाले गए नेता की जेल की सजा सस्पेंड करने के दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले को अपने परिवार के लिए “काल (मौत)” बताया और कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट जाएगी.
दिल्ली हाईकोर्ट ने सेंगर की सजा रद्द कर दी
दिल्ली हाई कोर्ट ने मंगलवार को सेंगर की सजा सस्पेंड कर दी, जो 2017 के किडनैपिंग और रेप केस में उम्रकैद की सज़ा काट रहा है और निचली अदालत में 2019 में सजा के खिलाफ उसकी अपील का नतीजा आने तक उसे जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया.
कोर्ट ने निर्देश दिया कि सेंगर पीड़िता के घर के 5 किलोमीटर के दायरे में न आए और न ही पीड़िता या उसकी मां को धमकाए. कोर्ट ने कहा कि इन शर्तों का कोई भी उल्लंघन करने पर जमानत अपने आप रद्द हो जाएगी.
कोर्ट के फैसले पर पीड़िता ने उठाए सवाल
हालांकि, सेंगर एक अलग केस में 10 साल की अलग सजा की वजह से जेल में ही रहेगा और उस केस में उसे जमानत नहीं मिली है. फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए, पीड़िता, जो अपराध के समय नाबालिग थी, ने कहा कि उसके परिवार के सदस्यों, वकीलों और गवाहों की सुरक्षा पहले ही हटा ली गई थी और कोर्ट के फैसले ने उसके डर को और बढ़ा दिया है.
उन्होंने पीटीआई से कहा, “अगर इस तरह के मामले में दोषी को बेल मिल जाती है, तो देश की बेटियां कैसे सुरक्षित रहेंगी? हमारे लिए यह फैसला ‘काल’ (मौत) से कम नहीं है.”




