जहां पढ़े, वहीं लौटाया कर्ज: डॉक्टर ने 7 करोड़ लगाकर सरकारी स्कूल को बनाया हाईटेक

राजस्थान के जालौर जिले में दादाल गांव है. यहां एक एनआरआई डॉक्टर ने 7 करोड़ रुपये खर्च करके एक जर्जर सरकारी स्कूल का कायाकल्प कर दिया है. अब यह स्कूल भव्य दिखता है. इस प्रेरणादायी कार्य को अंजाम देने वाले एनआरआई डॉक्टर का नाम अशोक कुमार जैन है, जो वर्तमान में अमेरिका में निवास करते हैं. बचपन में खुद अशोक जैन ने भी इस स्कूल में पढ़ाई की है.
दादाल गांव में निर्मित यह विद्यालय भवन लगभग 38 हजार वर्ग फीट क्षेत्र में फैला हुआ है. इसकी डिजाइन देश के पुराने संसद भवन से प्रेरित है, जो इसे स्थापत्य की दृष्टि से भी विशिष्ट बनाती है. इस भव्य विद्यालय का लोकार्पण 22 दिसंबर को किया गया. लोकार्पण के अवसर पर पूरे गांव में उत्सव जैसा माहौल देखने को मिला.
स्कूल में 22 क्लासरूम
विद्यालय में कुल 22 आधुनिक और क्लासरूम बनाए गए हैं, जहां कक्षा एक से बारहवीं तक की नियमित पढ़ाई की सुविधा उपलब्ध है. इसके अलावा विद्यालय में एक विशाल किचन और डाइनिंग एरिया, बड़ा मंच, अत्याधुनिक विज्ञान प्रयोगशाला और कंप्यूटर लैब की व्यवस्था की गई है. यह विद्यालय केवल अकादमिक शिक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि यहां विद्यार्थियों और ग्रामीण युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से प्लंबिंग, इलेक्ट्रिकल, कंप्यूटर और गारमेंट जैसे कौशल प्रशिक्षण भी प्रदान किए जाएंगे, जिससे वे रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त कर सकें.
खेल सुविधाओं के लिहाज से भी यह विद्यालय किसी आधुनिक संस्थान से कम नहीं है. परिसर में अंतरराष्ट्रीय स्तर के वॉलीबॉल और बास्केटबॉल कोर्ट, एथलेटिक्स ट्रैक और ओपन जिम की सुविधा विकसित की गई है. पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए विद्यालय परिसर में 120 ताड़ के पौधे और लगभग 300 फल-फूलदार वृक्ष लगाए गए हैं, जिससे पूरा क्षेत्र हरियाली से भर गया है.
यहीं तीसरी कक्षा तक की पढ़ाई
भामाशाह डॉ. अशोक कुमार जैन ने बताया कि वर्ष 1982 में उन्होंने इसी विद्यालय में खेजड़ी के पेड़ के नीचे बैठकर तीसरी कक्षा तक पढ़ाई की थी. वर्ष 2022 में जब वे अमेरिका से गांव लौटे और विद्यालय की जर्जर स्थिति देखी, तो उन्होंने इसे राजस्थान का सबसे आधुनिक सरकारी विद्यालय बनाने का संकल्प लिया. इस कार्य में उनकी पत्नी वरखा जैन और हिमतानी श्रीश्रीश्रीमल परिवार का विशेष सहयोग रहा. वहीं गांव के भामाशाह मल सिंह, देवी सिंह और पहाड़ सिंह राजपूत ने विद्यालय निर्माण के लिए तीन बीघा भूमि दान कर महत्वपूर्ण योगदान दिया. इस ऐतिहासिक पहल ने दादाल गांव को प्रदेश के शिक्षा मानचित्र पर एक नई और गौरवपूर्ण पहचान दिला दी है.
स्कूल का लोकार्पण समारोह तारातारा मठ के महंत प्रतापपुरी महाराज के सानिध्य में आयोजित हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में राजस्थान सरकार के मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग उपस्थित रहे. कार्यक्रम में सहकारिता मंत्री गौतम कुमार दक, राज्य मंत्री के.के. बिश्नोई, जालोरसिरोही सांसद लुम्बाराम चौधरी सहित जिले के सभी विधायक, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए.




