मंत्री राममोहन नायडू बोले: पूरे साल एयर फेयर कैपिंग असंभव, जानिए क्यों नहीं फिक्स हो सकता रेट

नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने लोकसभा में प्राइवेट मेंबर्स रेजोल्यूशन के दौरान एयर किराए पर बड़ी बात कही. उन्होंने कहा कि सरकार पूरे साल के लिए एयर किराया (कैप) तय नहीं कर सकती. त्योहारों के मौसम में मांग बढ़ती है और किराया बढ़ जाता है. हम एयरलाइंस से कहते हैं कि व्यस्त त्योहारों के मौसम में अपनी क्षमता बढ़ाएं. हम जरूरत पड़ने पर किराए की कैपिंग भी करते हैं. महाकुंभ के दौरान, पुलवामा हमले के दौरान और इंडिगो क्राइसिस के दौरान हमने अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए प्राइस कैपिंग की.
मंत्री राममोहन नायडू ने कहा, फेयर से फुरसत योजना के तहत देश के 25 रूटों पर हवाई किराया फिक्स है. उसका किराया नहीं बढ़ाया जा सकता है. दरअसल, शाफी परमबिल ने प्राइवेट मेंबर बिल पेश गया था. इस पर चर्चा के बाद मंत्री राम मोहन नायडू ने जवाब दिया. इस बिल में हवाई किराए पर नियंत्रण लगाने की बात थी. हालांकि, शाफी परमबिल ने इसे वापस ले लिया.
राज्यसभा में उठा इंडिगो संकट का मुद्दा
उधर, राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान सदस्यों ने इंडिगो संकट का मुद्दा उठाया. आम आदमी पार्टी सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी ने कहा कि डीजीसीए ने जनवरी में उड़ान सुरक्षा संबंधी एक परिपत्र जारी किया, जिसमें पायलट के उड़ान संबंधी नियम थे. यह अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानकों के हिसाब से था. इसका पहला चरण जुलाई में लागू हुआ. दूसरा चरण हाल ही में लागू हुआ, जिसका परिणाम सबने देखा.
समस्या जो भी हो, सुरक्षा से समझौता ना हो
उन्होंने दावा किया, 65 प्रतिशत हवाई यातायात 2 विमानन कंपनियों के जरिए होता है. आरोप लगाए बिना यह देखना चाहिए कि ये हम सबकी जिम्मेदारी है. बैंक, बिजली संयंत्र आदि में एनपीए या एनसीएलटी होता है तो सरकार पुनर्गठन करती है लेकिन एयरलाइन के मामले में ऐसा नहीं हुआ. एयरलाइंस की समस्या जो भी हो, लोगों की सुरक्षा से समझौता नहीं होना चाहिए.
चंद्रशेखर ने उठाया गन्ना किसानों का मुद्दा
वहीं, कांग्रेस सांसद जीसी चंद्रशेखर ने कर्नाटक के गन्ना किसानों का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा, कर्नाटक के उत्तरी हिस्से में किसान अपनी फसल के उचित दाम की मांग करते हुए आंदोलन कर रहे हैं. संकट 2024-25 इथेनॉल आवंटन में भेदभाव के चलते ये संकट और बढ़ गया है. राज्य को कम इथेनॉल मिला था. वहीं, बीजेपी सांसद अरुण सिंह ने आदिवासियों को सड़कों के अभाव के चलते होने वाली समस्याओं का मुद्दा उठाया.




