मुख्य गवाह की चिंता के कारण टली नफे सिंह राठी हत्याकांड की गवाही

बहादुरगढ़ : बहादुरगढ़ के पूर्व विधायक और इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी हत्याकांड में मुख्य गवाह ने अपनी सुरक्षा को लेकर गंभीर आशंकाएं अदालत में जताई हैं। गवाह ने कहा कि उसे और उसके परिवार को लगातार जान का खतरा है। इसके चलते वह गवाही देने की मानसिक स्थिति में नहीं है।
गवाह ने अपनी मानसिक स्थिति और जोखिम के मद्देनजर अदालत से सुनवाई की तारीख से मुक्त करने का निवेदन किया, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया। सीबीआई के सार्वजनिक अभियोजक ने भी कहा कि
इसलिए बयान टालने पर कोई आपत्ति नहीं है। विशेष अदालत ने मामला सक्षम प्राधिकरण (स्टैंडिंग कमेटी) को भेज दिया ताकि गवाह की सुरक्षा पर पुनर्विचार किया जा सके। सुनवाई के दौरान आरोपी आशीष उर्फ बाबा, सचिन उर्फ सौरव, धर्मेंद्र और अमित गुलिया को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से अदालत में पेश किया गया। इस दौरान एक अन्य गवाह की गवाही भी दर्ज की गई।
कोर्ट में पेश होने के लिए मिला है एक-एक गनमैन
6 नवंबर 2025 को भी अदालत ने मामले को विटनेस प्रोटेक्शन स्कीम के तहत स्टैंडिंग कमेटी को भेजा था। 8 दिसंबर 2025 को कमेटी ने निर्णय दिया, जिसमें गवाह और उसके भाई को पेशी के दौरान एक-एक गनमैन देने की मंजूरी दी गई थी। लेकिन अदालत में गवाह ने कहा कि यह सुरक्षा केवल अदालत में पेश होने तक सीमित है जबकि उसे और उसके परिवार को हर समय जान का खतरा है। उन्होंने बताया कि मृतक रके परिवार को 10-15 हथियारबंद पुलिसकर्मी की 24 घंटे सुरक्षा मिली हुई हैं। उन्हें और मुख्य गवाह को भी समान सुरक्षा मिलनी चाहिए।




