75 दिन, 8 राज्य…कातिल गर्लफ्रेंड पकड़ी गई तो प्रेमी ने भी किया सरेंडर, जबलपुर डबल मर्डर केस की कहानी
मध्य प्रदेश के जबलपुर में इसी साल 15 मार्च को दिल दहला देने वाली घटना हुई. यहां रेलवे मिलेनियम कॉलोनी में घर में सो रहे बाप-बेटे की बेरहमी से हत्या कर दी गई. बेटे की उम्र महज 8 साल थी. हत्या का आरोप बेटी और उसके बॉयफ्रेंड पर था. दोनों फरार चल रहे थे. हालांकि, आरोपी बॉयफ्रेंड ने अब जबलपुर में सरेंडर कर दिया. वहीं, गर्लफ्रेंड को पुलिस ने हरिद्वार से गिरफ्तार किया है.
घटना 14-15 मार्च की दरमियानी रात की है. रेलवे मिलेनियम कॉलोनी में राजकुमार विश्वकर्मा अपने परिवार के साथ सो रहे थे. पास में ही 8 साल का बेटा तनिष्क भी सो रहा था.इस बीच, स्थानीय लोगों की सूचना पर सुबह पुलिस पहुंची तो घर का एक सदस्य गायब था. वह सदस्य कोई और नहीं, राजकुमार विश्वकर्मा की बेटी थी. पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे को खंगाला तो बेटी एक युवक के साथ जाती हुई दिखी, जो कि उसका प्रेमी था.
75 दिन तक पुलिस को ऐसे छकाया
पुलिस को यह पूरा मामला समझ में आ गया. राजकुमार विश्वकर्मा और तनिष्क के कातिल कोई और नहीं, बल्कि उसकी बेटी और प्रेमी मुकुल सिंह ही थे. बीते 75 दिनों तक दोनों पुलिस को चकमा देते रहे. दोनों बार-बार अपना लोकेशन बदलते रहे. इस दौरान दोनों ने 8 राज्यों की यात्राएं कीं. मृतक राजकुमार रेलवे में बतौर सुपरिंटेंडेंट के पद पर तैनात थे.
मुख्य आरोपी ने थाने में किया सरेंडर
इस दोहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपी मुकुल ने जबलपुर के सिविल लाइन थाने में सरेंडर कर दिया है. वहीं, आरोपी गर्लफ्रेंड को पुलिस ने हरिद्वार से गिरफ्तार किया है. पुलिस नाबालिग लड़की को लेकर जबलपुर पहुंची है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों से पूछताछ की जा रही है.
पुलिस ने घोषित किया था वांटेड
पुलिस ने आरोपी मुकुल को वांटेड घोषित करते हुए उस पर 10 हजार का इनाम रखा था. शहर भर में पोस्टर लगाए थे. दोनों बेंगलुरु, अयोध्या, मथुरा, वृंदावन, गोरखपुर, सहित अलग-अलग जगहों पर घूमते रहे. इसी बीच, खबर लगी कि दोनों हरिद्वार आए हैं. यूपी पुलिस ने तत्काल हरिद्वार पुलिस से संपर्क साधा. पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपी लड़की को गिरफ्तार किया. लेकिन मुख्य आरोपी मुकुल फरार हो गया.