महिलाओं से होती है म्हारी संस्कृति की पहचान: डा. सुशीला जांगड़ा

भिवानी, ( ): महिलाओं के रहन-सहन व वेशभुषा से ही हमारी संस्कृति और संस्कारों की पहचान होती है। इसको आगे बढ़ाने के लिए महिलाओं व बेटियों को आगे आना चाहिए। यह बात म्हारी संस्कृति म्हारा स्वाभिमान संगठन द्वारा महिलाओं के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संगठन की महिला विंग प्रमुख डा. सुशीला जांगड़ा ने कही। उन्होंने कहा कि म्हारी संस्कृति के प्रति युवाओं को जागरूक करने के लिए तथा गानों में चल रही अभद्रता को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। कार्यक्रम में मुख्यरूप से संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हनुमान कौशिक ने शिरकत की तथा महिलाओं का हौंसला बढ़ाया। कार्यक्रम संयोजक कलाकार सुदेश हिसार व सुनीता मलिक ने अतिथिगणों का स्वागत किया और विश्वास दिलाया कि वे संगठन द्वारा चलाए जा रहे अभियान के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए अथक प्रयास करेंगी। इसी कड़ी में आरती दुग्गल ने अपने गीत के माध्यम से अभद्र डांस की कड़े शब्दों में निंदा की। इस अवसर पर मन्नू जींद, नीलम चौधरी, पूनम बिश्रोई, खुशी दिनोदिया, मीना शर्मा हांसी उपस्थित रही।