महाराष्ट्र और कर्नाटक से अमेज़न के 1 करोड़ से अधिक का माल चोरी, नूंह से 5 आरोपी गिरफ्तार

नूंह : महाराष्ट्र और कर्नाटक में अमेजन कंपनी के 1 करोड़ से अधिक का सामना करने का मामला सामने आया। मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को हरियाणा के नूंह जिले से गिरफ्तार किया, जिसमें से 4 आरोपियों को कर्नाटक पुलिस के हवाले किया, जबकि एक आरोपी को महाराष्ट्र पुलिस को सौंपा है।
जानकारी के अनुसार 12 अक्टूबर को हिरियूर ग्रामीण थाना जिला चित्रदुर्ग कर्नाटक में दर्ज किया गया था। शिकायत राजेश कुमार पुत्र धर्मवीर निवासी रतेरा गांव, भिवानी हरियाणा ने दर्ज कराई थी। राजेश कुमार कॅमियॉन्स लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में एक्जीक्यूटिव के पद पर कार्यरत हैं। उसने शिकायत में बताया कि अमेजन कंपनी का 18 लाख से अधिक का सामान चोरी हो गया है। इस मामले में नूंह डीएसपी हेडक्वार्टर हरेंद्र सिंह ने जानकारी दी कि राजेश कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि कंपनी की गाड़ी में अमेजन के बुक किए गए पार्सल लोड कर मुंबई से बेंगलुरु के लिए रवाना की गई थी। गाड़ी को चलाने के लिए कंपनी की ओर से दो ड्राइवर नियुक्त किए गए थे मुवारिक, निवासी नगला किशनपुर, थाना बरसाना, जिला मथुरा (उत्तर प्रदेश) और पंकज कुमार निवासी तावडू, जिला नूंह 10 से 11 अक्टूबर 2025 की रात के बीच, लारी का जीपीएस सिग्नल अचानक बंद हो गया। कंपनी की ट्रैकिंग टीम ने लोकेशन ट्रेस की तो पता चला कि वाहन गोरलदाकू गेट, तहसील हिरियूर, जिला चित्रदुर्ग के पास सड़क किनारे खड़ा है।
जब टीम मौके पर पहुंची तो लारी के एक ड्राइवर मुवारिक ने बताया कि रास्ते में बेलगावी के पास उसके साथी ड्राइवर पंकज कुमार ने उसे ठंडा पेय (कूल ड्रिंक) पिलाया, जिसके बाद वह बेहोश हो गया। जब उसे होश आया तो पंकज गायब था और लारी के कंटेनर का पिछला हिस्सा काटा हुआ मिला। जांच करने पर पता चला कि लारी में रखे अमेजन के 432 पैकेट्स, जिनकी अनुमानित कीमत 18,67,838 (अठारह लाख सड़सठ हजार आठ सौ अड़तीस रुपये) है, चोरी हो चुके हैं। कंपनी द्वारा दी गई शिकायत पर कर्नाटक पुलिस ने मामला दर्ज किया और जांच शुरू की। जांच के दौरान यह सामने आया कि चोरी में शामिल आरोपी माल को हरियाणा के नूंह और पलवल क्षेत्रों में बेचने की योजना बना रहे थे।
4 आरोपी किए गिरफ्तार
इसी बीच, तावडू सीआईए पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों सलमान पुत्र कमरुद्दीन, शाहरुख पुत्र अय्यूब, शोकीन पुत्र आजीब अहमद तीनों निवासी मामोला, थाना हथीन, जिला पलवल और तैय्यब पुत्र अय्यूब, निवासी सबरस, थाना मोहम्मदपुर अहिर, जिला नूंह को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनके कब्जे से एक टाटा 709 सफेद रंग की गाड़ी भी बरामद की। गिरफ्तार सभी आरोपियों को आवश्यक पूछताछ के बाद कर्नाटक पुलिस की टीम को सुपुर्द कर दिया गया
महाराष्ट्र से अमेजन का 88 लाख से अधिक का माल चोरी
इसके अलावा अमेजॉन कंपनी के करीब 88 लाख 79 हजार रुपये के माल की चोरी के मामले में महाराष्ट्र के पारशिवनी थाने में दर्ज मुकदमे में नूंह जिले के गांव शिकरावा निवासी चालक सलमान मजीद को नूंह पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आवश्यक कानूनी कार्रवाई पूरी करने के बाद आरोपी को महाराष्ट्र पुलिस के हवाले कर दिया। यह मामला सौम्य करियर ट्रांसपोर्ट कंपनी, गुरुग्राम के कर्मचारी शुभम जितेंद्र अग्रवाल द्वारा पारशिवनी (महाराष्ट्र) थाने में दर्ज कराया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी का ट्रक-कंटेनर अमेजॉन कंपनी का माल लेकर 26 अगस्त को बेंगलुरु से गुरुग्राम के लिए रवाना हुआ था। अमेजॉन के गोदाम से सील की गई यह गाड़ी तीन दिन में गुरुग्राम पहुंचनी थी। हालांकि, 28 अगस्त की रात करीब 12:30 बजे गाड़ी का GPS सिग्नल नागपुर-जबलपुर रोड स्थित आशु ढाबा, खंडाला शिवर के पास बंद हो गया। जब शुभम अग्रवाल मौके पर पहुंचे तो ट्रक वहीं खड़ा मिला, लेकिन ड्राइवर सलमान मजीद और क्लीनर मुस्तफा अब्दुल्ला (दोनों नूंह निवासी) मौके से गायब थे।
पुलिस जांच में सामने आया कि ट्रक के कैबिन को गैस कटर से काटा गया था, और कंटेनर के अंदर का माल बिखरा पड़ा था। बाद में अमेजॉन अधिकारियों ने मौके पर माल की गिनती की तो पाया कि करीब 88 लाख 79 हजार 863 रुपये मूल्य का सामान गायब था, जिसमें महंगे मोबाइल फोन, हार्ड डिस्क, कीबोर्ड, बेबी प्रोडक्ट्स और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान शामिल थे। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि वारदात ड्राइवर और क्लीनर की मिलीभगत से अंजाम दी गई थी। दोनों घटना के बाद से फरार चल रहे थे।
महाराष्ट्र पुलिस के हवाले किया आरोपीः एसपी
मामले को लेकर एएसपी आयुष यादव ने जानकारी दी कि जैसे ही नूंह पुलिस को इस मामले की सूचना मिली। इसके बाद थाना पिनगवां प्रभारी निरीक्षक सुभाष के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। टीम ने स्थानीय नेटवर्क की सहायता से आरोपी सलमान पुत्र मजीद को उसके गांव शिकरावा से गिरफ्तार कर लिया और तत्पश्चात महाराष्ट्र पुलिस को सूचित कर उसे उनके हवाले कर दिया गया।




