हरियाणा

शुभकरण मौत मामले की जांच करने 3 सदस्यीय कमेटी पहुंची जींद, दाता सिंह वाला बॉर्डर का किया निरीक्षण

पंजाब के युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत मामले की जांच के लिए गठित 3 सदस्यीय कमेटी गुरुवार को नरवाना के हरियल रैस्ट हाऊस पहुंची। 3 सदस्यीय कमेटी में हरियाणा पंजाब हाई कोर्ट की पूर्व जस्टिस जयश्री ठाकुर, हरियाणा के एडीजीपी अमिताभ सिंह ढिल्लो व पंजाब के...

 पंजाब के युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत मामले की जांच के लिए गठित 3 सदस्यीय कमेटी गुरुवार को नरवाना के हरियल रैस्ट हाऊस पहुंची। 3 सदस्यीय कमेटी में हरियाणा पंजाब हाई कोर्ट की पूर्व जस्टिस जयश्री ठाकुर, हरियाणा के एडीजीपी अमिताभ सिंह ढिल्लो व पंजाब के एडीजीपी प्रमोद शामिल है। कमेटी के सदस्यों ने हरियाणा-पंजाब के दाता सिंह वाला बॉर्डर के दोनों तरफ जाकर घटना की जगह का मुआयना किया।  तीनों कमेटी के सदस्यों ने अधिकारियों व किसानों से 3 करीब तीन घंटे तक बातचीत की।

भारतीय किसान यूनियन पंजाब के अध्य्क्ष बलबीर सिंह राजेवाल वकीलों व 15 सदस्यीय कमेटी के साथ नरवाना के हरियल रेस्ट हाउस में 3 सदस्यीय जांच कमेटी से एक घंटे तक बातचीत की। राजेवाल ने हरियाणा पंजाब हाई कोर्ट के रिटार्यड जज, जय श्री ठाकुर के सामने हरियाणा पुलिस पर गवाहों की गिरफ्तारी कर दबाव डालने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सुनवाई हरियाणा में न होकर पंजाब व चंडीगढ़ में की जाए। जिस पर जांच कमेटी ने किसानों की बात मानते हुए अगली सुनवाई 6 मई को चंडीगढ़ के किसान भवन में बुलाई है।

क्या था मामला

गौरतलब है कि फरवरी में हुए किसान आंदोलन के दौरान जींद जिले के दाता सिंहवाला बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच सीधा टकराव हुआ था, जिसमें पुलिस को वाटर कैनन तथा रबर बुलेट आदि चलानी पड़ी थी। इसी दौरान 21 फरवरी को पंजाब के शुभकरण की मौत हो गई थी, जिसके शव का पोस्टमॉर्टम पटियाला के अस्पताल में करवाया गया था। इस मामले में 7 दिन बाद पंजाब पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। किसान संगठनों ने आरोप लगाया था कि शुभकरण सिंह की मौत हरियाणा पुलिस की गोली लगने से हुई है। पुलिस ने इससे मना किया था, लेकिन संगरूर के डीसी ने कहा था कि शुभकरण सिंह की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई है। बाद में जांच के लिए पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया था। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने किसान शुभकरण सिंह की मौत के मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए थे।

आंदोलन के दौरान जींद में विशेष रूप से तैनात किए गए नूंह के एसपी नरेंद्र बिजारणिया भी नरवाना पहुंचे। उनके अलावा जींद के डीसी मोहम्मद इमरान रजा और एसपी सुमित कुमार तथा दूसरे संबंधित अधिकारी भी जांच के सिलसिले में मौके पर मौजूद रहे।

भारतीय किसान यूनियन के पंजाब अध्यक्ष बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि अगली बैठक  6 मई को चंडीगढ़ के किसान भवन में गवाहों के साथ होगी। जज साहब दाता सिंह वाला गढ़ी बॉर्डर का निरक्षण भी करेंगे।  किसान नेताओं ने हरियाणा पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि हरियाणा पुलिस गवाहों पर दबाव बना रही है कि गिरफ्तारी हो जाएगी। इसलिए गवाह डर के कारण नरवाना के रेस्ट हाउस में नहीं आए। इसलिए वकील व हमने मांग रखी थी कि सुनवाई चंडीगढ़ में होनी चाहिए जिसे जज साहब ने मान लिया है । आज 15 मेम्बर कमेटी जज साहब से मिली थी । उन्होने 6 मई को 30 घायलों व मृतक शुभकरण के परिजनों को भी पेश किया जायेगा।

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