चुनावी नतीजों पर राहुल गांधी का पहला बयान आया सामने
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि इस लोकसभा चुनाव में साफ संदेश दिया है कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को नहीं चाहती
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि इस लोकसभा चुनाव में साफ संदेश दिया है कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को नहीं चाहती। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार घटन के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन की ओर से कवायद पर कोई भी फैसला इस विपक्षी गठबंधन के घटक दल मिलकर करेंगे।
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि ‘इंडिया’ गठबंधन की कल बैठक होगी, उसमें इस बारे में चर्चा होगी।” उनका कहना था, ‘‘यह चुनाव हमने भाजपा, हिंदुस्तान की संस्थाओं, शासन का ढांचा, सीबीआई, ईडी, आयकर और आधी न्यायपालिका के खिलाफ लड़ा। नरेन्द्र मोदी जी और अमित शाह जी ने संस्थाओं डराया और धमकाया।” उन्होंने कहा कि लड़ाई संविधान को बचाने की थी और संविधान बचाने में गरीबों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राहुल गांधी ने कहा, ‘‘देश ने साफ कह दिया है कि हम नरेन्द्र मोदी और अमित शाह को नहीं चाहते। जनता नहीं चाहती कि जिस तरह से पिछले 10 वर्षों देश को चलाया गया है, वैसे चलाया जाए।”
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को कहा कि इस लोकसभा चुनाव का परिणाम जनता और लोकतंत्र की जीत है तथा यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राजनीतिक एवं नैतिक हार है। खरगे ने कहा, ‘‘यह जनता का परिणाम है। यह जनता की जीत है, लोकतंत्र की जीत है। हम पहले से कह रहे थे कि यह लड़ाई मोदी बनाम जनता थी।” उनका कहना था, ‘‘18वीं लोकसभा के इस चुनाव में हमने विनम्रता से जनमत को स्वीकार किया है। इस बार जनता ने किसी एक दल को पूर्ण बहुमत नहीं दिया। खासकर सत्ताधारी भाजपा ने एक व्यक्ति और एक चेहरे के नाम पर वोट मांगा था।” खरगे ने कहा, ‘‘यह प्रधानमंत्री की राजनीतिक और नैतिक हार है। यह उनकी बहुत बड़ी हार है।”