14 साल की पहलवान ने बढ़ाया देश का गौरव, दीक्षा पहलवान ने एशिया चैंपियनशिप में जीता गोल्ड मैडल

बहादुरगढ: बहादुरगढ के हिन्द केसरी सोनू अखाड़े की उभरती हुई पहलवान दीक्षा ने देश का गौरव फिर से बढ़ाने का काम किया है। दीक्षा ने किर्गिस्तान में चल रही एशियाई चैंपियनशिप में गोल्ड मैडल हासिल किया है। अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में दीक्षा ने दूसरी बार देश के लिए गोल्ड मैडल हासिल किया है। महज 14 साल की उभरती हुई पहलवान दीक्षा लड़कों के साथ अपनी कुश्ती की प्रैक्टिस करती है। अर्जुन अवार्डी धर्मेंद्र पहलवान की देखरेख में दीक्षा लगातार अपनी तैयारियों को मजबूत कर रही है।
दीक्षा के इस सफर में उसका सबसे बड़ा साथी उसके दादा हैं ,जो हर रोज सुबह और शाम को दीक्षा को लेकर अखाड़े में आते है और अपनी बेटी के खान पान और प्रैक्टिस का पूरा ख्याल रखते हैं। दीक्षा का कहना है कि उसका सपना ओलंपिक में गोल्ड मैडल जीतना है और उसी लेवल की तैयारी में वो जुटी हुई है।
दीक्षा ने किर्गिस्तान में 5 कुश्तियां लड़ी। पांचों में जीत हासिल की। फाइनल मुकाबले में दीक्षा ने कजाकिस्तान की पहलवान को 11-0 से हराकर गोल्ड मैडल हासिल किया है। हिन्द केसरी सोनू अखाड़े में पहुंचने पर साथी पहलवानों, कोच और अभिभावकों ने उसका जोरदार स्वागत किया।
अर्जुन अवार्डी पहलवान और कोच ओमबीर ने बताया कि दीक्षा अभी जूनियर ग्रुप की पहलवान है लेकिन उसकी तैयारी सीनियर लेवल की है। उन्होंने कहा कि सीनियर लेवल पर आने के बाद दीक्षा जरूर देश के लिए ओलंपिक खेलेगी और पदक भी हासिल करेगी।दीक्षा अपनी पढ़ाई के साथ साथ पहलवानी करती है। अपने से बड़े उम्र के पहलवानों के साथ कुश्ती लड़ती है।इसी जुझारूपन से उसमें भविष्य केओलंपिक मैडलिस्ट की काबिलियत झलकती है।